संगम की रेती पर सबसे पहले धर्मध्वजा लहराने वाले पंचदशनाम जूना अखाड़े ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए अखाड़े के पांच प्रमुख पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके तहत रमता पंच के श्रीमहंत गोल्डेन पुरी, श्रीमहंत देवेंद्र पुरी, श्रीमहन्त थानापति शिव ओम पुरी, थानापति मनोहर पुरी और सन्यासिनी श्रीमहन्त पूजा पुरी को अनुशासनहीनता के आरोप में अखाड़े से निष्कासित कर दिया।
अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से यमुना बैंक रोड स्थित जूना के मुख्यालय मौजगिरि में हुई रमता पंच की सभी चारों मढ़ियों सहित विशेष पदस्थ पदाधिकारियों की बैठक में उक्त सभी पर लगे आरोपों को पढ़कर सुनाया गया। फिर उनकी मढ़ी के संतों, महंतों सहित सभी मढ़ियों के 52 महंतों में से दो तिहाई से ज्यादा के अनुमोदन के बाद पांचों महंतों, पदाधिकारियों के अधिकार वापस लेते हुए उन्हें अखाड़े से अलग करने का फैसला लिया गया।
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े की महासभा ने अखाडे़ के संविधान का उल्लघंन करने के साथ उक्त महंतों, पदाधिकारियों पर मेले के आलाधिकारियों के साथ गलत शब्दों का प्रयोग करने का भी आरोप सिद्ध हुआ है। श्रीमहंत गोल्डेन पुरी बाबा पर हरिद्वार में एक जमीन मामले में धोखाधड़ी और मेले से मिले पुलिसकर्मियों को जबरन हरिद्वार ले जाने के लिए धमकाने जैसे कई आरोप हैं । अब उन सभी से अखाड़े ने सभी तरह से नाता तोड़ लिया है, न उन्हें अखाड़े की ओर से भूमि मिलेगी और न ही किसी तरह की अन्य सुविधाएं।
subscribe to rss
811,6 followers
6958,56 fans
6954,55 subscribers
896,7 subscribers
6321,56 followers
9625.56 followers
741,9 followers
3548,7 followers