यूपी विधानसभा सभा चुनाव से पहले एक बार फिर से बीजेपी को भगवान श्री राम की याद आई है। बीजेपी की ओर से संगम नगरी प्रयागराज में कई जगहों पर होर्डिंग लगाई गई हैं। इन होर्डिंग को लेकर अब विवाद गहराता नजर आ रहा है। विपक्ष इस होर्डिंग को लेकर जहां बीजेपी पर हमलावर हो गया है।
वहीं बीजेपी नेताओं का कहना है कि राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी के चुनाव के एजेंडे में हमेशा से रहा है और उनके लिए यह आस्था का प्रश्न है। इसलिए भगवान राम को छोड़ने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है।
विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी की ओर से शुरू किए गए पोस्टर वार से विपक्ष तिलमिला उठा है। बीजेपी ने एक बार फिर से यूपी विधानसभा चुनाव में अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को लेकर विवादित होर्डिंग लगाई है। यह होर्डिंग सोहबतियाबाग से लेकर शहर के कई इलाकों में लगाई गई है। इस होर्डिंग में अयोध्या में रामलला मंदिर से जुड़ी दो अलग-अलग तस्वीरें लगाई गई हैं। पहली तस्वीर में जहां रामलला को टेंट में विराजमान दिखाया गया है। वहीं दूसरी ओर निर्माणाधीन राम मंदिर का मॉडल दिखाया गया है। सबसे ऊपर लिखा गया है फर्क समझो इसका मतलब साफ है कि रामलला पहले टेंट में थे और अब उनके भव्य मंदिर का निर्माण बीजेपी सरकार में हो रहा है वोटिंग में सबसे नीचे बीजेपी का चुनाव चिन्ह कमल का फूल है और उसके दाएं और बाएं और लिखा हुआ है सोच ईमानदार काम दमदार। बीजेपी की विवादित होल्डिंग को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष योगेश यादव का आरोप है कि इस होर्डिंग के जरिए बीजेपी राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है और खुद के लिए वोट लेने की अपील कर रही है। जबकि राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हो रहा है। उनका आरोप है कि बीजेपी के पास विकास और सुशासन के नाम पर बताने के लिए कुछ नहीं है। यही वजह है कि बीजेपी इस तरह के हथकंडे अपना रही है। विपक्ष का आरोप है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा बीजेपी इस तरह के और भी विवादित होर्डिंग और पोस्टर जारी कर सकती है। उनका दावा है कि देश की जनता समझदार है और इसका बखूबी जवाब बीजेपी को मिलेगा।
वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रशिक्षण अभियान के प्रदेश संयोजक डॉ शैलेश कुमार पांडे का कहना है कि बीजेपी कभी राम मंदिर को लेकर राजनीति नहीं करती है। बल्कि बीजेपी के लिए भगवान राम और राम मंदिर का मुद्दा आस्था का मुद्दा है। यह मुद्दा बीजेपी के हमेशा एजेंडे में रहा है और यही वजह है कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जब मजबूत पैरवी की गई तो राम मंदिर निर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त हुआ और आज भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। बीजेपी इस होर्डिंग के जरिए सिर्फ यही बताने की कोशिश कर रही है कि पहले रामलला किस तरह से टेंट में रहते और अब उनके लिए भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह बीजेपी के शासनकाल में ही हुआ है और इसमें बीजेपी का पूरा योगदान है इसलिए इसको विपक्षी श्रेय लेने से कतई ना जोड़ें।
बहरहाल, बीजेपी के इस पोस्टर वार से सियासी कोहराम मच गया है। अब इस पोस्टर का बीजेपी को विधानसभा चुनाव में कितना फायदा होगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इस पोस्टर को लेकर सूबे की सियासत अभी और गर्म होती नजर आ रही है।
subscribe to rss
811,6 followers
6958,56 fans
6954,55 subscribers
896,7 subscribers
6321,56 followers
9625.56 followers
741,9 followers
3548,7 followers