प्रयागराज के जिला उद्यान अधिकारी प्रतिभा पांडेय को सरकारी योजनाओं में वित्तीय अनियमितता के चलते उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय लखनऊ संबद्ध कर दिया गया है। निदेशालय सम्बद्ध होने का आदेश विशेष सचिव ने जारी किया है। मामले की जांच के लिए संयुक्त निदेशक शाकभाजी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जिला उद्यान अधिकारी पर घोटाले का आरोप
जिला उद्यान अधिकारी प्रतिभा पांडेय पर प्रथम दृष्टया मुख्यमंत्री फलोद्यान मनरेगा योजना के तहत दिए गए निर्देशों का पालन न करने, निजी पौधशाला से पौधे की गुणवत्ता तथा स्टाक का सत्यापन न कर सीधे लाखों रुपये का क्रय करने, निविदा किए बिना ही एक ही पौधशाला को लाखों रुपये का भुगतान किए जाने सहित अलग-अलग आधा दर्जन मामलों में प्रथम दृष्टया आरोप सिद्ध हुआ है। 34.80 लाख रुपये से अधिक का इनके ऊपर घोटाला करने का आरोप लगा है।
उप निदेशक उद्यान बोले- प्रथम दृष्टया आरोप तय हुआ
उप निदेशक उद्यान पंकज शुक्ला ने बताया कि जिला उद्यान अधिकारी के खिलाफ कई मामलों में जांच चल रही है, जिसमें प्रथम दृष्टया आरोप तय हुआ है। आरोपों के आधार पर इन्हें निदेशालय से संबद्ध किया गया है।
आलू नीलामी में भी मनमानी का आरोप
राजकीय आलू बीज उत्पाद प्रक्षेत्र सैदाबाद में आलू बीज नीलामी उप निदेशक उद्यान की अध्यक्षता में करनी थी। आरोप है कि जिला उद्यान अधिकारी ने बिना समिति बनाए ही नीलामी पूरी कर दी। इसके अलावा बिना नवीनीकरण के संचालित हो रहे कोल्ड स्टोरेज के संचालकों को नवीनीकरण के लिए सूचित करना था इसकों भी उन्होंने नहीं किया। इनके खिलाफ शुरूआती जांच उस समय रहे उपनिदेशक डाक्टर विनीत कुमार ने की थी, जिसमे आरोप सही पाए गए थे।
19 वर्षों से एक ही कार्यालय में कार्यरत
विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि जिला उद्यान अधिकारी प्रतिभा पांडेय पिछले 19 वर्ष से इसी कार्यालय में कार्यरत रही हैं। इसकी भी शिकायत उच्च अधिारियों से कई बार की जा चुकी है। अलग-अलग पद पर एक ही कार्यालय में काम कर रही थीं।
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