रिपोर्ट के मुताबिक, जिस इलाके में धमाका हुआ वो ग्रीन जोन में आता है, वो बहुत ही संवेदनशील इलाका है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया कि लोग ब्लास्ट में घायल हुए या फायरिंग में. अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि धमाका पॉश इलाके शेरपुर में हुआ, जो ग्रीन जोन में आता है. यहां कई सीनियर सरकारी अधिकारियों का घर है. अब तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली हैपिछले कुछ महीनों से अफगानिस्तान जंग का मैदान बना हुआ है. अमेरिकी सैनिकों की वापसी शुरू होने के बाद से तालिबान अफगानिस्तान में हमले कर क्षेत्रों पर लगातार कब्जा करता जा रहा है. तालिबान ने धीरे-धीरे प्रांतीय राजधानियों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. उधर, अमेरिका और नाटों के 95 फीसदी सैनिक वापस जा चुके हैं और शेष सैनिकों के 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से लौटने की उम्मीद है.
तालिबान शांति में विश्वास नहीं करता- अफगान राष्ट्रपति
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोमवार को देश में खराब होती सुरक्षा स्थिति के लिए अमेरिका और नाटो सैनिकों के जल्दबाजी में लौटने को जिम्मेदार ठहराया. गनी ने संसद को संबोधित करते हुए कहा, “तालिबान के साथ शांति प्रक्रिया वार्ता से कोई लाभ नहीं हुआ, बल्कि इससे अफगानिस्तान के लोगों में संदेह और संशय की स्थिति पैदा हो गयी है. तालिबान शांति में विश्वास नहीं करता है. अगले छह महीनों में अभूतपूर्व बदलाव होंगे और तालिबान को पीछे धकेल दिया जाएगा.”
राष्ट्रपति के संबोधन के कुछ ही घंटे बाद तालिबान ने हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्कर गाह में प्रांतीय सरकार के रेडियो एवं टीवी भवन पर कब्जा कर लिया. रिपोर्ट के मुताबिक, हेलमंद प्रांत की राजधानी के 10 में से नौ जिलों पर कब्ज़ा कर लिया. अफगान बलों ने अमेरिका की मदद से लश्कर गाह शहर को बचाने के लिए हवाई हमले किए.
subscribe to rss
811,6 followers
6958,56 fans
6954,55 subscribers
896,7 subscribers
6321,56 followers
9625.56 followers
741,9 followers
3548,7 followers