कर्नाटक में सोमवार को बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य में नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चा जारी है. ऐसे में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी दिल्ली से बेंगलुरु के लिए निकल चुके हैं. दिल्ली से निकलने से पहले केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के पर्यवेक्षक जी किशन रेड्डी ने कहा कि सभी विधायकों के साथ बैठक होगी, वहां चीजें तय होंगी. वहीं ये पूछे जाने पर कि क्या कर्नाटक के मुख्यमंत्री के लिए कोई अपेक्षित नाम है, इस पर जी किशन रेड्डी ने कहा कि उन्हें नहीं पता, विधायक ही इस पर फैसला करेंगे.
आज शाम 7 बजे बेंगलुरु में होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री का चुनाव होगा. वहीं कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष का नाम भी सामने आ रहा है. सूत्रों ने कहा कि उनके नाम को पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में शीर्ष स्तर के बीजेपी पदाधिकारियों का कहना है कि बीएल संतोष के अलावा चार उपमुख्यमंत्रियों पर भी विचार किया जा रहा है, जो लिंगायत समुदाय से संबंधित रखते हों. साथ ही लक्ष्मण सुवाड़ी को पद पर बनाए रखने की भी बात कही जा रही है.54 साल के बीएल संतोष प्रतिष्ठित क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज, सूरतकल से एक मेधावी छात्र और इंजीनियरिंग में स्नातक हैं. साथ ही वो एक आरएसएस प्रचारक हैं, जिन्होंने कर्नाटक में बीजेपी महासचिव के रूप में काम किया है. दो साल पहले उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बनाया गया था. अंग्रेजी अखबार ‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ की खबर के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि वो हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं को नाम से जानते हैं, जिन्होंने यहां संगठन में काम किया है. उन्हें पार्टी हलकों में उन्हें प्यार से संतोषजी के नाम से जाना जाता है. सूत्रों ने कहा कि संतोष सोमवार को बेंगलुरु पहुंच गए हैं.सूत्रों ने कहा पार्टी में किसी तरह के विद्रोह को लेकर बीएल संतोष और अन्य वरिष्ठ बीजेपी नेता जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना के संपर्क में हैं. विधानसभा में जेडीएस के उपनेता बंदेप्पा काशेमपुर के बारे में कहा जाता है कि वो पिछले चार दिनों से दिल्ली में थे और सोमवार को बेंगलुरु लौट आए. वहीं सूत्रों ने कहा कि येदियुरप्पा, जो इन घटनाक्रमों से अवगत थे उन्होंने जेडीएस की कड़ी आलोचना की और याद किया कि 2008 में बीजेपी और जेडीएस की 20:20 सरकार के दौरान जेडीएस ने उन्हें सत्ता नहीं सौंपी थी.इससे पहले सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का इस्तीफा मंजूर करते हुए उन्हें अगले सीएम के शपथ लेने तक कार्यवाहक सीएम बने रहने को कहा है. इससे पहले सोमवार को अपनी सरकार के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है.
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